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हैमर क्या है ? यह किस धातु के बनाए जाते हैं तथा हैमर के प्रकार । What is hammer ⚒️

 हैमर क्या है ? यह किस धातु के बनाए जाते हैं तथा हैमर के प्रकार 


हैमर (Hammer) या हथौड़ा एक चोट लगाने वाला औज़ार है।

इसके द्वारा चोट लगाकर शीट मैटल का काम, फोर्जिंग (Forging), बैण्डिंग

(Bending) तथा चिपिंग (Chipping) इत्यादि आपरेशन किये जाते हैं।



पदार्थ (Material)

हैमर (Hammer) अलग-अलग पदार्थ के बनाए है

जाते हैं। जैसे फिटिंग शॉप और मशीन शॉप में प्रयोग होने वाले हैमर कास्ट

स्टील के व ड्राप फोर्जड कार्बन स्टील के, शीट मैटल वर्क में प्रयोग किये जाने

वाले हैमर कठोर लकड़ी (Hardwood), रबड़ (Rubber), प्लास्टिक (Plas-tic), लैड इत्यादि धातुओं के बनाए जाते हैं।




प्रकार (Hammer)-हैमर मुख्यतः निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-

हैं

1. हैण्ड हैमर (Hand Hammer)

2. स्लैज हैमर (Sledge Hammer)

3. सॉफ्ट हैमर (Soft Hammer)

4. पावर हैमर (Power Hammer)


1. हैण्ड हैमर (Hand Hammer)-इस प्रकार के हैमर मशीनशाप तथा

फिटिंगशॉप में प्रयोग किए जाते हैं। यह कास्ट स्टील के बनाए जाते हैं तथा

इनके फेस और पेन हार्ड व टैम्पर होते हैं जबकि बीच का भाग नर्म रखा जाता

है, जिसे पोस्ट (Post) कहते हैं। पोस्ट वाला जो भाग अण्डाकार खोखला होता

है, उसे (Eye Hole) कहते हैं । होल को अण्डाकार इसलिए बनाया जाता है

ताकि हैण्डल फिट करते समय पच्चड़ (Wedge) लगाई जा सके। इससे हैण्डल

निकलने का डर नहीं रहता। 


हैण्ड हैमर वज़न में मिलते हैं, जो 0.125 कि.ग्रा.

से 1.50 कि.ग्रा. भार के होते हैं ।



पेन के अनुसार हैण्ड हैमर तीन प्रकार के होते हैं-



BALL PAIN HAMMER


(A) बाल पेन हैमर (Ball Pein Hammer)-इसका फेस फ्लैट होता है

और पेन बाल (Ball) (गेंद) के समान गोल होती है। इसका प्रयोग रिवेटिंग,

चिपिंग और बैण्डिंग इत्यादि कामों के लिए किया जाता है । 


(B) क्रास पेन हैमर (Cross Pein Hammer)-इसका फेस फ्लैट (Flat)

होता है तथा पेन हैण्डल के क्रास में बनी होती है । इसका प्रयोग शीट

जॉब में नालियां और चैनल (Channel) बनाने और जॉब के अन्दरूनी कोने

(Cormer) बनाने के लिए किया जाता है। भारतीय स्टैण्डर्ड (B.I.S.) के अनुसार

यह 0.125 कि.ग्रा. से 1.5 कि.ग्रा. तक भार के बने होते हैं । 




(C) स्ट्रेट पेन हैमर (Straight Pein Hammer)-इस हैमर की पेन

हैण्डल की सीध में बनी होती है। इसका फेस भी फ्लैट (Flat) होता है। इसका

प्रयोग शीट जॉब में नालियां और चैनल बनाने के लिए किया जाता है। भारतीय

स्टैण्डर्ड (B.I.S.) के अनुसार यह 0.125 कि.ग्रा. से 1.500 कि.ग्रा. तक भार में

बने होते हैं। 



2. स्लैज हैमर (Sledge Hammer)-इसके दोनों फेस फ्लैट (Flat) होते

 हैं। इसका प्रयोग भारी कामों के लिए किया जाता है। आमतौर पर ब्लैक स्मिथी (Black smithy) विभाग में इसका प्रयोग ज्यादा होता है। इनका वज़न 2 कि.ग्राम से 10 कि.ग्रा. तक होता है । । वज़न के अनुसार इसके हैण्डल की लम्बाई 600 मि.मी. से 900 मि.मी. तक होती है।



3. सॉफ्ट हैमर (Soft Hammer)-इस प्रकार के हैमर आम तौर पर नर्म

 धातुओं के बनाए जाते हैं जैसे-पीतल, तांबा, लैड (Lead), प्लास्टिक और

कठोर लकड़ी (Hard Wood) इत्यादि।  इनका प्रयोग फिनिशिड पार्टी को चोट लगाने के लिए किया जाता है। लकड़ी के बने हैमर को मैलट (Mallet) कहते हैं। इसका प्रयोग शीट मैटल वर्क में किया जाता है। इसमें रॉ हैमर भी होते हैं, जिसकी बीच की बॉडी स्टील की और दोनों सिरों पर चमड़े के टुकड़े लगे होते हैं । इसका प्रयोग भी सॉफ्ट हैमर की तरह किया जाता है।




4. पॉवर हैमर (Power Hammer)-इनका प्रयोग भारी व बड़ी जॉबों को फोर्ज करने के लिए किया जाता है। यह बिजली की मोटर द्वारा चलाए जाते हैं तथा न्यूमैटिक हैमर भी होते हैं। ज्यादातर ड्रा फोर्जिंग के लिए इसका प्रयोग

किया जाता है। यह ज्यादा मात्रा में उत्पादन (Mass Production) के लिए प्रयोग किए जाते हैं।

 




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